Classification Of Computer | Type Of Computer
दोस्तों हम लोगों ने आपके साथ Computer से संबंधित Basic जानकारियां साझा किए थे। लेकिन क्या आप सभी को पता है कि कंप्यूटर कितने प्रकार का होता है?, और भारत का प्रथम सुपर कंप्यूटर का नाम क्या है?, कुछ ऐसे ही प्रश्नों का जवाब आज किस पोस्ट में जानेंगे। आज की इस पोस्ट में मैं आपको आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार बताने वाला हूं।
क्या आप जानते हैं कि भारत का प्रथम सुपर कंप्यूटर का नाम क्या है? जानने के लिए इस पूरे पोस्ट को पढ़िए।❓❓
''आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कंप्यूटर का वर्गीकरण आकार के आधार पर, उद्देश्य के आधार पर, और कार्य के आधार पर तो चलिए साथ में पढ़ते हैं इस पोस्ट को और कुछ ज्ञान प्राप्त करते हैं।''
कंप्यूटर का वर्गीकरण
(Classification of computer)
computer को उनकी रुपरेखा, कामकाज, उद्देश्य इत्यादि के आधार पर उन को विभिन्न वर्गों में बांटा गया है।
जिनका संक्षिप्त विवरण निम्नवत है-
आकार के आधार पर
आकार के आधार पर कंप्यूटर चार प्रकार के होते हैं,
1.माइक्रो कंप्यूटर ( Micro Computer )
यह कंप्यूटर इतने छोटे होते हैं कि इन्हें हम आसानी से डेस्क (बेंच, टेबल) पर रख सकते हैं इन्हें computer ऑन ए चीप के नाम से भी जाना जाता है। आधुनिक युग में माइक्रो कंप्यूटर अब फोन के आकार के हो गए हैं सामान्य रूप से यह पुस्तक के आकार, घड़ी के आकार में भी उपलब्ध है। इन कंप्यूटरों का उपयोग मुख्य रूप से व्यवसाय( business) तथा चिकित्सा(therapy) के क्षेत्र में किया जाता है। आजकल यह सभी कंप्यूटर अब PC (personal computer) की श्रेणी में आते हैं। PCs को नेटवर्क के रूप में कनेक्ट (जोड़कर) किया जाता है।
जैसे- IMAC, IBM, PS/2, APPLE, MAC इत्यादि।
माइक्रो कंप्यूटर निम्न प्रकार के होते हैं-
i) डेस्कटॉप कंप्यूटर (desktop computer)
डेक्सटॉप नाम से ही पता चलता है कि इसे हम डेक्स पर रखकर चलाते होंगे।
यह पर्सनल कंप्यूटर(PC) का सबसे अधिक उपयोग होने वाला रूप है। वर्तमान समय में पर्सनल computer छोटा करके आज लैपटॉप और पामटाप का आकार दे दिया गया है, फिर भी अधिकांश लोग घरों और व्यापारिक स्थानों पर डेस्कटॉप का प्रयोग करते हैं क्योंकि यह सस्ते, मजबूत, टिकाऊ, और ज्यादा चलने वाले होते हैं।
ii) लैपटॉप (laptop)
पिछले वर्षो में हुए तकनीकी विकास के कारण माइक्रो कंप्यूटर का आकार इतना छोटा कर दिया है कि उन्हें हम आसानी से इधर उधर कहीं भी ले जा सकते हैं और साधारण से साधारण व्यक्ति भी इनको खरीद कर उपयोग में ला सकता है, ऐसे कंप्यूटर को लैपटॉप कहा जाता है। लैपटॉप कंप्यूटर को नोटबुक (Notebook) के नाम से भी जाना जाता है।
iii) पामटॉप (Palmtop)
Palm का अर्थ है हथेली, इस कंप्यूटर के नाम से ही पता चलता है कि इसे हम अपने हाथों की हथेली पर रखकर चला सकते हैं।
यह लैपटॉप की तरफ पोर्टेबल अर्थात (कहीं पर भी ले जा सकते हैं) computer है। यह लैपटॉप से भी हल्का और छोटा होता है। यह इस तरह से डिजाइन अर्थात बनाया गया है कि इसे हम हाथ में रखकर आसानी से प्रयोग कर सकते हैं। इसलिए इसे पामटॉप या पर्सनल डिवाइस असिस्टेंट ( PDA) भी कहा जाता है।
iv) वर्कस्टेशन (Workstation)
यह computer अभियांत्रिकी,(Engineering) तकनीकी,(technology) और ग्राफिक्स के कार्यों के साथ-साथ एकल व्यक्ति के साथ पारस्परिक व्यवहार में भी प्रयोग होता है।
1.मिनी कंप्यूटर (mini computer)
मिनीकंप्यूटर एक प्रकार का कंप्यूटर ही होता है, जिसमें एक बड़े कंप्यूटर की अधिकांश विशेषताएं और क्षमताएं इस मिनी कंप्यूटर में उपलब्ध होती है। इस प्रकार के कंप्यूटरों पर एक या एक से अधिक व्यक्ति एक समय में एक से अधिक कार्य कर सकते हैं। इसका उपयोग प्राय: छोटी या मध्य अस्तर की कंपनियां करती हैं।
यह सेंट्रल computer की तरह प्रयोग होते हैं जिसे सरवर कहा जाता है।
जैसे- HP 9000, RISC 6000, BULL NH- DPX2 और AS 400 आदि।
2.मेनफ्रेम कंप्यूटर ( mainframe computer)
यह कंप्यूटर आकार में अत्यधिक बड़े होते हैं। यह कंप्यूटर कार्य क्षमता और कीमत में भी मिनी तथा माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होते हैं।
अधिकतर कंपनियों में मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग भुगतानो का ब्यौरा रखने, बिलों को भेजने, कर्मचारियों का भुगतान करने, उपभोक्ताओं द्वारा खरीदी वस्तुओं का ब्यौरा रखने इत्यादि कार्यों में किया जाता है।
3.सुपर कंप्यूटर ( Super Computer )
यह कंप्यूटर सर्वाधिक गति, संग्रह क्षमता, एवं उच्च विस्तार वाले होते हैं। इनका आकार एक सामान्य कमरे के बराबर होता है। विश्व का प्रथम सुपर कंप्यूटर क्रे रिसर्च कंपनी द्वारा वर्ष 1976 में विकसित किया गया था। भारत द्वारा निर्मित प्रथम सुपर कंप्यूटर का नाम परम( PARAM) है, इसका विकास सी-डैक(C-DAC) पुणे में किया है। भारत में देश का सबसे तेज और पहला मल्टीपेटाफ्लोप्स सुपरकंप्यूटर 8 जनवरी 2018 को पुणे में स्थापित किया गया था। इसका नाम प्रत्यष ( Pratyush) रखा गया एवं इसकी क्षमता 6.8 पेटाफ्लोप है।
सुपर कंप्यूटर का मुख्य उपयोग मौसम की भविष्यवाणी करना, एनीमेशंस का निर्माण करना, अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने, बड़े वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं में शोध व खोज करने इत्यादि कार्यों में किया जाता है।
जैसे- PARAM, PARAM- Yuva II, Pratyush आदि।
"आज की पोस्ट में बस इतना ही फिर हम अगले पोस्ट में आपको बताएंगे कि कंप्यूटर को कार्यो के आधार पर कैसे बांटा गया है तो मिलते हैं दूसरे पोस्ट में, अच्छा लगा हो तो हमारे पोस्ट को अपने दोस्तों में जरूर शेयर करें "
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