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        कक्षा-12 हिंदी मॉडल पेपर कैसे डाउनलोड करें…

आज की पोस्ट में हम लोग 'माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज' द्वारा जारी किए गए हिंदी मॉडल पेपर का Solution शेयर करने वाले हैं।


Class 12 Hindi Model Paper 2022 Pdf

प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा कक्षा 12 की मॉडल पेपर जारी कर दिया गया है। मैं आपको बताऊंगा कि आप हिंदी मॉडल पेपर कैसे डाउनलोड कर सकते हैं। दोस्तों हिंदी मॉडल पेपर को आप हमारे वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं नहीं तो आपको ऑफिशियल लिंक भी दिया गया होगा वहां पर आप क्लिक कर कर भी डाउनलोड कर सकते हैं।


Class 12 Hindi Model Paper ka Solution 

हिंदी मॉडल पेपर का सलूशन नीचे आपको दिया गया है। इस मॉडल पेपर की सहायता से आप लोगों को यह पता चल जाएगा कि आपके बोर्ड परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं और किस प्रकार उसका उत्तर दिया जाता है।


प्रतिदर्श प्रश्न पत्र-2021-22.

              कक्षा-12

       विषय: सामान्य हिंदी

समय: 3 घंटे 15 मिनट                            पूर्णांक:100

                 खण्ड-'क'

प्रश्न.1- (क) 'शिक्षा के उद्देश्य' निबंध के लेखक हैं-

(i) भारतेंदु हरिश्चंद्र    (ii) संपूर्णानंद

(iii) मोहन राकेश     (iv) राय कृष्णदास

उत्तर-(ii) संपूर्णानंद


(ख) लल्लू लाल की रचना है-

(i) सुख सागर   

(ii) प्रेम सागर

(iii) परीक्षा गुरु   

(iv) रानी केतकी की कहानी

उत्तर-(ii) प्रेम सागर


(ग) 'परदा' कहानी के लेखक है-

(i) प्रेमचंद            (ii) जयशंकर 

(iii) अमरकांत      (iv) यशपाल

उत्तर-(iv) यशपाल


(घ) 'आवारा मसीहा' के रचनाकार है-

(i) विष्णु प्रभाकर 

(ii) रामवृक्ष बेनीपुरी

(iii) राहुल सांकृत्यायन 

(iv) रांगेय राघव

उत्तर-(i) विष्णु प्रभाकर


(ड़) बाल भट्ट की आत्मकथा के लेखक हैं-

(i) महावीर प्रसाद द्विवेदी   

(ii) सरदार पूर्ण सिंह

(iii) वासुदेव शरण अग्रवाल

(iv) हजारी प्रसाद द्विवेदी

उत्तर-(iv) हजारी प्रसाद द्विवेदी


प्रश्न.2 (क) कामायनी किस युग की रचना है-

(i) द्विवेदी युग की

(ii) छायावादी युग की

(iii) भारतेंदु युग की  

(iv) प्रगतिवादी युग की

उत्तर-(ii) छायावादी युग की


(ख) निम्नलिखित कवियों में से कौन प्रगतिवादी युग का है-

(i) आग्रदास   (ii) तुलसीदास

(iii) नंददास   (iv) रामधारी सिंह दिनकर

उत्तर-(iv) रामधारी सिंह दिनकर


(ग) तार सप्तक का प्रकाशन वर्ष है-

(i) 1941 ई.      (ii) 1943 ई.

(iii) 1954 ई.    (iv) 1947 ई.

उत्तर-(ii) 1945 ई.


(घ) द्विवेदी युग की रचना है-

(i) प्रियप्रवास         (ii) साकेत

(iii) भारत-भारती   (iv) कामायनी

उत्तर-(iv) कामायनी


(ड़) निम्नलिखित में से कौन सी कृति महाकाव्य नहीं है-

(i) रामचरितमानस     (ii) साकेत 

(iii) पद्मावत            (iv) मामा

उत्तर-(iv) मामा


प्रश्न.3 दिए गए गद्यांश आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

धरती माता के कोख में जो अमूल्य निधि आभारी हैं जिनके कारण वह वसुंधरा कहलाती है उस से कौन परिचित ना होना चाहेगा? लाखों-करोड़ों वर्षों से अनेक प्रकार की धातुओं को पृथ्वी को पीस-पीस कर आ गाड़ी तो प्रकार की मिट्टियों से पृथ्वी की देह को सजाया है। हमारे भावी आर्थिक अभ्यूदय के लिए इन सब की जांच पड़ताल आवश्यक है।

(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।

(ii) धरती वसुंधरा क्यों कहलाती है?

(iii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(iv) पृथ्वी की दया को किसने सजाया है?

(v) भावी आर्थिक अभ्युदय हेतु हमें क्या करना चाहिए?


उत्तर- (i) संदर्भ- यह गद्यांश 'राष्ट्र का स्वरूप' नामक शीर्षक से उद्धृत है। इसके लेखक 'वासुदेव शरण अग्रवाल' है


(ii) धरती मां को वसुंधरा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि वह अपने गर्भ में अनेक प्रकार के रत्नों को धारण करने वाली है।


(iii) रेखांकित अंश की व्याख्या- धरती मां के गर्भ में असीम मात्रा में मूल्यवान खजाना भरा हुआ है। यह पृथ्वी मूल्यवान वस्तुओं का विशाल कोष है। अनेक प्रकार के मूल्यवान रत्नों को अपने में धारण करने के कारण ही इस धरती को वसुंधरा कहा जाता है। इस तथ्य से हम सभी को परिचित होना चाहिए क्योंकि यही तथ्य हमें राष्ट्रीय भावना से जोड़ता है और आर्थिक रुप से संपन्न भी बनाता है।


(iv) दिन-रात बहने वाली नदियों ने पहाड़ों को पीस-पीसकर अगणित प्रकार की मिट्टियों से पृथ्वी की देह को सजाया है।


(v) भावी आर्थिक अभ्युदय के लिए धरती माता की कोख में लाखों करोड़ों वर्षों से मौजूद अमूल निधियों की जांच पड़ताल करनी चाहिए।



                   अथवा

अशोक का फूल उसी मस्ती में हंस रहा है। पुराने चित्र से इसे देखने वाला उदास होता है। वह अपने को पंडित समझता है। पंडिताई भी एक बोझ है-जितनी ही भारी होती है,उतनी ही तेजी से डूबोती है। जब वह जीवन का अंग बन जाता है तो सहज हो जाती है। तो वह बोझ नहीं रहती। वह उस अवस्था में उदास भी नहीं करती। कहां! अशोक का कुछ भी नहीं बिगड़ा है। कितनी मस्ती में झूम रहा है? कालिदास इसका रस ले सके थे-अपने ढंग से। मैं भी ले सकता हूं, अपने ढंग से। उदास होना बेकार है।

(i) उपर्युक्त गद्यांश का संदर्भ लिखिए।

(ii) रेखा अंकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(iii) लेखक क्यों कहता है कि उदास होना बेकार है?

(iv) गद्यांश का भाव स्पष्ट कीजिए।

(v) गद्यांश की भाषा शैली की विशेषताएं लिखिए।


प्रश्न.4 दिए गए पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

"दुर्बलता का ही चिन्ह विशेष शपथ है'

पर अवलाजन के लिए कौन-सा पद है?

 यदि मैं उकसाई गई भरत से होंऊं, तो पति सामान ही स्वयं पुत्र भी खोऊं।

ठहरो, मत रोको मुझे,कहुं सो सुन लो।

पाओ यदि उसमें सार उसे सब चुन लो।

करके पहाड़-सा पाप मौन रह जाऊं?

राई भर भी अनुताप न करने पाऊं?

(i) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए।

(ii) रेखांकित अंशों की व्याख्या कीजिए।

(iii) करके पहाड़-सा पाप मौन रह जाऊं?

राई भर भी अनुताप न करने पाऊं?

पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?

(iv) पद्यांश का भाव स्पष्ट कीजिए

(iv) भाषा की विशेषताएं बताओ।


उत्तर-(i)संदर्भ- प्रस्तुत पद्यांश के कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है तथा इस कविता का शीर्षक 'कैकेयी का अनुताप' है।


(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या- कवि कहता है कि प्रायः लोग अपनी बात सिद्ध करने के लिए शपथ खाते हैं, यह प्रवृत्ति शपथ खाने वाले की दुर्बलता कोई अस्पष्ट करती है। शपथ खाना यद्यपि व्यक्ति की कमजोरी का प्रमाण है, तथापि मूछ आंवला के लिए शपथ खाकर अपनी बात को प्रमाणित करने का तरीका और कोई उपाय नहीं है।


(iii) दिए गए पंक्तियों में 'उपमा' अलंकार है


(iv) इस पद्यांश का भाव यह है कि केकई अपने सभी गलतियों का पश्चाताप करती है और राम को पुनः अयोध्या लौट जाने के लिए, उनसे निवेदन करती है।


                   अथवा

लज्जाशीला पथिक  महिला जो कहीं दृष्टि आए।

होने देना बिकृत-बसना तो न तू सुंदरी को।

जो थोड़ी भी श्रमित वह हो गोद ले श्राति खोना।

होंठों की और कमल-मुख की म्लानतायें मिटाना।।

      कोई क्लांता कृषक-ललना खेत में जो दिखावे।

      धीरे-धीरे परस उसकी क्लांतियों को मिटाना।

      जाता कोई जलद यदि हो व्योम में तो उसे ला।

      छाया द्वारा सूखित करना, तप्त भूतांगना को।।

(i) उपर्युक्त पद्यांश का संदर्भ लिखिए।

(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।

(iii) राधा लज्जा शीला पथिक महिला के विषय में क्या कहना चाहती है?

(iv) "होंठों की औ कमल-मुख" में अलंकार बताइए।

(v) 'जलद' और 'कृषक ललना' का अर्थ बताइए।


उत्तर- (i) संदर्भ- यह पद महाकवि 'अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध' द्वारा रचित प्रियप्रवास से हमारी पाठ्यपुस्तक के 'पद्य भाग' में संकलित 'पवन दूतिका' शिर्षक काव्यांश से उद्धृत है।


(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या- राधा पवन दूतिका को समझाती हुई कहती है कि हे पवन! यदि स्त्री थोड़ी-सी भी थकी दिखाई दे तो उसे गोद में लेकर अर्थात उसे चारों ओर से घेरकर उसकी थकान मिटा देना, जिससे कि उसकी सूखे होंठ और मुरझाया हुआ कमल सदृश मुख्य प्रफुल्लित हो उठे।


(iii) राधा पवन दूतिका से उस लज्जा सील महिला के बारे में यह कहती है कि उसकी वस्त्र को अस्त-व्यस्त मत होने देना।


(iv) दिए गए पक्तियों में उपमा अलंकार है।

(v) जलद- बादल

कृषक-ललना - कृषि कार्य में संलग्न व्यक्ति/स्त्री



प्रश्न.5 (क) निम्नलिखित में से किसी एक लेखक का साहित्य परिचय देते हुए उनकी प्रमुख रचना का उल्लेख कीजिए।

(i) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी

(ii) ए.पी.जे अब्दुल कलाम

(iii) वासुदेव शरण अग्रवाल


(ख) निम्नलिखित में से किसी एक कवि का साहित्य परिचय देते हुए उनकी प्रमुख कृतियों पर प्रकाश डालिए।

(i) मैथिलीशरण गुप्त

(ii) सुमित्रानंदन पंत

(iii) रामधारी सिंह दिनकर


प्रश्न.6 बहादुर अथवा पंचलाइट कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिए।

बहादुर कहानी- यहां पढ़ें

पंचलाइट - यहां पढ़ें

             अथवा

ध्रुव यात्रा की कहानी अपने शब्दों में लिखिए।


प्रश्न.7 स्वपठित खंडकाव्य के आधार पर एक खंड काव्य का उत्तर दीजिए।


(i) श्रवण कुमार खंडकाव्य के नायक का चरित्र चित्रण कीजिए।

अथवा

श्रवण कुमार खंडकाव्य के आधार पर दशरथ का चरित्र चित्रण कीजिए।


(ii) रश्मिरथी खंडकाव्य के आधार पर कर्ण का चरित्र चित्रण कीजिए।

अथवा

रश्मिरथी खंडकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखें।


(iii) मुक्ति यज्ञखंडकाव्य का कथानक संक्षेप में लिखें।

अथवा

मुक्ति यज्ञ खंडकाव्य के नायक का चरित्र चित्रण कीजिए


(iv) त्यागपथी खंडकाव्य की कथावस्तु संक्षेप में लिखिए।

अथवा

त्यागपथी खंडकाव्य के आधार पर हर्षवर्धन का चरित्र चित्रण कीजिए।

ध्यान दें:- इन सभी प्रश्नों के उत्तर(Avtar hindi Question Bank के पृष्ठ संख्या 94 तथा विद्या क्वेश्चन बैंक के पृष्ठ संख्या 50 को देखें)




                 खंड-'ख' 


प्रश्न.8 (क) दिए गए संस्कृत गद्यांश में से किसी एक का संदर्भ सहित हिंदी अनुवाद कीजिए।

महामना विद्वान् वक्ता, धार्मिको नेता, पंटु: पत्रकारश्चासीत्। परमस्य सर्वोच्चगुण: जनसेवैव आसित्। यत्र कुत्रापि अयं जनान् दु:खितान् पीड्यमानांश्चापश्यत् तत्रैव स: शीघ्रमेव उपस्थित:, सर्वविधं साहाय्यञ्च अकरोत्। प्राणिसेवा अस्य स्वभाव एवासीत्।


उत्तर-

संदर्भ- यह गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक 'संस्कृत दिग्दर्शिका' के 'महामना मालवीय' पाठ से उद्धृत है


अनुवाद- महान विद्वान वक्ता, धार्मिक नेता एवं कुशल पत्रकार थे, किंतु जनसेवा ही इनका सरोच गुण था। यह जहां कहीं भी लोगों को दुखी और पीड़ित देखते, वहां शीघ्र उपस्थित होकर सब प्रकार की सहायता करते थे। प्राणियों की सेवा करना ही इनका स्वभाव था।


                 अथवा

हंसराज: तदैव परिषन्मध्ये आत्मन: भागिनेयाय हंसपोतकाय दुहितरमदात्। मयूरो हंसपोतिकामप्राप्य लज्जित: तस्मात् स्थानात् पलायित:। हंसराजोsपि हृष्टमानस: स्वगृहम् अगच्छत्।

उत्तर

संदर्भ- यह गद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक 'संस्कृत दिग्दर्शिका' के 'जातक कथा' पाठ के 'उल्लू जातक' से उद्धृत है।


अनुवाद- हंसराज ने उसी परिषद के बीच अपने भांजे हंस कुमार को पुत्री दे दी। मोर हंस पुत्री को न पाकर लज्जावश उस स्थान से भाग गया। हंसराज भी प्रसन्न मन से अपने घर चला गया।




(ख) दिए गए पद्यांश में से किसी एक का संदर्भ सहित हिंदी अनुवाद कीजिए।

न मे रोचते भद्रं व: उलूकस्याभिषेचनम्।

अक्रुध्दस्य मुखं फश्य कथं क्रुध्दो-भविष्यति।।

उत्तर

संदर्भ- यह श्लोक हमारी पाठ्यपुस्तक 'संस्कृत दिग्दर्शिका' के 'जातक कथा' पाठ के 'उल्लूजातकम्' खंड से उद्धृत है।

अनुवाद- तुम लोगों का इस उल्लू को राजा बनाना मुझे ठीक नहीं लगता। इस समय की क्रोध हीन मुख को ही देखो,क्रोध होने पर यह कैसा हो जाएगा।


                 अथवा

परोक्षे कार्यहन्तारं प्रत्यक्षे प्रियवादिनम्।

वर्जयेत्तादृशं मित्रं विषकुंम्भं पयोमुखम्।।


संदर्भ-यह श्लोक हमारी पाठ्यपुस्तक के 'संस्कृत भाग' में संकलित 'सुभाषितरत्नानि' नामक पाठ से अवतरित है।

अनुवाद-जो पीठ पीछे काम बिगाड़ने वाला हो, पर सामने मीठा बोलने वाला हो, ऐसे मित्र को उसी प्रकार छोड़ देना चाहिए, जिस प्रकार विष से भरे घड़ी को, जिस के ऊपरी भाग में दूध हो छोड़ दिया जाता है।



प्रश्न.9 निम्नलिखित मुहावरों में से किसी एक का अर्थ लिखकर वाक्य प्रयोग कीजिए।

(i) तलवार की धार पर चलना

(ii) टका सा जवाब देना

(iii) दाल में काला होना 

(iv) नमक मिर्च लगाना 

उत्तर-(iii) दोष छिपे होने का संदेह होना

वाक्य प्रयोग- नौकर का उदास चेहरा देखते ही मुझे लग गया कि दाल में कुछ काला है।


प्रश्न.10 (क) निम्नलिखित शब्दों के संधि-विच्छेद के सही विकल्प का चयन कीजिए।

(i) 'तथापि' का संधि विच्छेद है

(a)  तथ + पि

(b)  तथा + अपि

(c)   त +  थापि 

(d)   तथ् + अपि

उत्तर-(b) तथा + अपि


(ii) 'परमेश्वर:' का संधि विच्छेद है 

(a)   पर + ईश्वर:

(b)   परम + एश्वर:

(c)   परम + ईश्वर:

(d)   परम + ऐश्वर:

उत्तर-(c) परम + ईश्वर:


(iii) 'गायक:' का संधि विच्छेद है

(a)   ग + आयक:

(b)   गा + यक:

(c)    गै ‌+ अक:

(d)    गाय + क:

उत्तर-(c) गै + अक:


(ख) दिए गए निम्नलिखित शब्दों का 'विभक्ति' और 'वचन' लिखिए।

(i) 'आत्मन:' में विभक्ति और वचन है

(a)   षष्ठी विभक्ति, बहुवचन

(b)   सप्तमी विभक्ति, एकवचन

(c)    पचमी विभक्ति, बहुवचन

(d)    पंचमी विभक्ति, एकवचन

उत्तर-(d) पंचमी विभक्ति, एकवचन


(ii) 'नाम्नाम्' में विभक्ति और वचन है

(a)   षष्ठी विभक्ति, एकवचन

(b)   सप्तमी विभक्ति, बहुवचन

(c)   षष्ठी विभक्ति, बहुवचन

(d)   चतुर्थी विभक्ति, बहुवचन

उत्तर-(c) षष्ठी विभक्ति, बहुवचन


प्रश्न.11 (क)निम्नलिखित शब्द-युग्म का सही अर्थ चयन करके लिखिए।

(i) वसन-व्यसन

(a)  विवश और व्याकुल

(b)  कवच और भोजन

(c)  वस्त्र और आदत

(d)  विस्तार और अवधि

उत्तर-(c) वस्त्र और आदत


 (ii) अम्बुज-अम्बुद

(a) बादल और समुंद्र

(b) जल और कमल

(c) कमल और बादल

(d) समुंद्र और कमल

उत्तर-(c) कमल और बादल


(ख) निम्नलिखित शब्दों में से किसी एक शब्द का दो अर्थ लिखिए।

(i)   अम्बर

(ii)   पट

(iii)  विधि

(iv)  नाग

 उत्तर- अंबर - आकाश, वस्त्र

          नाग- सांप, पर्वत


(ग) निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द का चयन करके लिखिए।

(i) जो आंखों के सामने हो-

(a) नेत्र सम्मुख

(b) प्रत्यक्ष

(c) आंख के आगे      

(d) प्रत्येक आंख

उत्तर-(b)प्रत्यक्ष


(ii) जानने की इच्छा रखने वाला-

(a) जानकार

(b) ज्ञानी

(c) जिज्ञासु    

(d) बुद्धिमान

 उत्तर-(c) जिज्ञासु


(घ) निम्नलिखित वाक्यों में से किन्ही दो वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए।

(i) तुम तो कुर्सी पर बैठे हो

(ii) इस सरोवर में अनेकों कमल खिले हैं

(iii) सम्मेलन में कवित्री ने भाग लिया है

(iv) कृपया अनुमोदन करने की कृपा करें

उत्तर-(i) शुद्ध- तुम कुर्सी पर बैठे हो।

       (ii) शुद्ध- इस सरोवर में अनेक कमल खिलते हैं


प्रश्न.12 (क) वीर रस अथवा हास्य रस के स्थाई भाव के साथ उदाहरण अथवा परिभाषा लिखिए।

(ख) श्लेष अथवा उत्प्रेक्षा अलंकार का लक्षण अथवा उदाहरण लिखिए।

(ग) दोहा अथवा सोरठा चांद का मात्रा सहित लक्षण अथवा उदाहरण लिखिए।


प्रश्न.13 बैंक में खाता खोलने के लिए बैंक प्रबंधक को आवेदन/प्रार्थना पत्र लिखिए।

            अथवा

शहर में फैली संक्रामक बीमारी की तरफ जिला अधिकारी का ध्यान आकर्षित करने के लिए आवेदन पत्र/प्रार्थना पत्र लिखिए।


प्रश्न.14 निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर अपनी भाषा शैली में निबंध लिखिए।

सभी निबंध यहां पर देखें क्लिक करें




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