दोस्तों क्या आप एक निबंध कोरोनावायरस पर निबंध कैसे लिखें। लिखना चाहते हैं यदि हां तो मैं आज आपको एक ऐसे topic पर निबंध लिखना सिखाऊंगा। जिसे लोग अक्सर पूछ लेते हैं। करोना कैसे फैलता है,करोना वायरस से कैसे बचें। यहां तक कि अगर आप घर में बैठ अकेला महसूस कर रहे हैं तो इन सभी टॉपिक्स पर आप निबंध लिख सकते हैं।
करोना वायरस कैसे फैलता है।
Coronavirus kaise failta hai
करोना वायरस से कैसे बचें।
Coronavirus se kaise bache
कोरोनावयरस के लक्षण क्या है
Coronavirus ke lakshan kya hai
संक्रामक रोग का कारक : कोरोना
प्रस्तावना
कोरोना वायरस कहा से आया, कैसे आया हमें पता ही नहीं चला। लेकिन समाचार की दृष्टि से यह कोरोना वायरस चीन के वुहान राज्य से फैला। कहा जाता है कि चीन के वुहान राज्य के समुद्री- खाद्ध बाजार अर्थात पशु मार्किट से निकलकर चीन कई राज्यों में फैला और देखते ही देखते इसने लाखों लोगों की जिंदगी से खेलना शुरू कर दिया। इस कोरोनावायरस ने 180 देशों को और अनेक राज्यों को अपने चपेट में लिया। अभी तक दिसंबर, 2019 में चीन में पहली कोरोनावायरस से मौत की पुष्टि हुई है। इस वायरस ने लगभग 200000 लोगों की जान ली है। 7 जनवरी 2020 को चीन ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन को नए 'वायरस कोरोनावायरस' के बारे में जानकारी दें।
करोना कैसे फैलता है (coronavirus kaise failta hai)
कोरोनावायरस संक्रमित मरीज के चिकने से इसके आसपास के लोगों तक तेजी से फैलता है। किसी कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज के अचूक को सत्ता पर छोड़ने से और फिर, अपने मुंह, चेहरे, नाक को हाथ लगाने से फैलता है। यह करो ना वायरस यात्रा कर रहे किसी संक्रमित व्यक्ति के कारण तेजी से फैल सकता है। इतना ही नहीं हवाई जहाज की सीट पर यह कई घंटों तक जिंदा रह कर स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। कहा जा सकता है कि एक कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति हजारों लोगों को संक्रमित कर सकता है। कोरोनावायरस से मनुष्य के शरीर में बिना कोई लक्षण दिखाई 14 दिनों तक एक्टिव रहता है।
कोरोनावायरस के लक्ष्ण क्या है(coronavirus ke lakshan kya hai)
तेज बुखार, गले में दर्द, खत्म ना होने वाली खांसी और सांस लेने में तकलीफ होती है। अंत में यह फेफड़ों को कमजोर बना देता है, जिससे मरीज को सांस लेने में कठिनाई होती है। या शरीर के दूसरे अंगों को भी न काम कर देता है, जिससे मरीज की मृत्यु हो जाती है।
कोरोनावायरस से बचने के उपाय(coronavirus se bachne ka upay)
अपने आप को करो ना वायरस से मुक्त रखने के लिए हमें 20 सेकंड तक बार-बार अपने हाथ धोने चाहिए। हम चाहे तो हैंड सेनीटाइजर का प्रयोग कर सकते हैं। हमेशा घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क पहन कर निकले और घर आकर मास्की को साफ कर ले। चीन करते समय अपने मुंह को कोहनी से अथवा टिशू पेपर से ढक ले और टिशू पेपर को कूड़ेदान में फेंक दें। अगर कोई इंसान बाहर से सफर कर के आया हो, तो 2 हफ्ते तक अपने आप घर पर रहे और लोगों से दूरी बनाए रखें, इससे संक्रमण का खतरा कम होगा। इस समय सामाजिक दूरी बनाए रखना सबसे बेहतर उपाय माना जा रहा है। तकरीबन इस संकट की घड़ी में सभी देशों ने लाख डाउन करने का फैसला कर दिया और उसे शीघ्र ही लागू कर दिया, जो इस समय सही उपाय हैं।
कोरोनावायरस से निपटने के लिए खोज(coronavirus se nipatne ke liye khoj)
पूरी दुनिया कोरोनावायरस से निपटने के लिए वैक्सीन की खोज में जुट गई है, बहुत प्रयासों के बाद वैक्सीन का खोज किया गया है। दुनिया भर के वैज्ञानिक डॉक्टर सृष्टि खोज के लिए दिन रात मेहनत किए हैं। इसमें आयुर्वेदिक होम्योपैथिक आदि संस्थाएं भी प्रयत्नशील रखी है।
लक डाउन कि भारत ने की पहली पहल(coronavirus ko rokane ke liye luck down ki fayde)
21 मार्च को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के समस्त विद्वज्जन और वरिष्ठ जनता ने एक साथ मिलजुल कर भारत में लख डाउन कर दिया। जिसके चलते अब तक चार बार यह निर्णय किया गया और जनता ने इसे अपना और अपने देश का हित मानते हुए इसका पालन किया। सारे देश में धारा 144 लगा दी गई। दुकाने, दफ्तर, स्कूल रेस्टोरेंट,होटल सब बंद कर दिए गए ताकि इस महामारी से छुटकारा मिल जाए। परिणाम काफी हद तक सफल रहा। सामाजिक दूरी बनाए रखने के कारण संक्रमित लोगों और मृत्यु दर में कमी आई। किंतु खेद है, जैसे किसी भी जगह की स्वच्छता में जिस प्रकार कुछ लोग बाधक बन जाते हैं, जैसे सत्य की खोज में कुछ अज्ञानी अपना ज्ञान बांटने लगते हैं, जैसे किसी संस्थान में आग लग जाने के बाद कुछ लोग हाथ कांपने लगते हैं, वैसे ही कुछ संप्रदायिक और राजनीति का रोना रोने वाले राजनेता अपने भड़काऊ भाषणों से, अपने कर्मों से भोली जनता को बकानी से बाज नहीं आते। ऐसे लोग ‘हम तो डूबेंगे सनम लेकर तुमको भी रुकेंगे’ वाली कहावत को चरितार्थ करते हैं। ऐसे लोगों से बचना ही श्रेयस्कर है, चुकी कटीली झाड़ियों को कोई अपने घर की शोभा नहीं बनाता।
उपसंहार (clusion)
देखा जा रहा है, जहां मरीजों का इलाज चल रहा है वहां हर चीज में कोरोनावायरस का प्रकोप है। कोरोनावायरस बहुत समय तक हवा में और कपड़ों में कई घंटों तक जीवित रह सकता है। भारत की जनता को चाहिए कि वह करो ना वायरस से निपटने के लिए सरकार द्वारा दी गई हिदायत उसे अपनी एवं अपने परिवार की रक्षा करें। साथ ही असामाजिक दुष्प्रभाव फैलाने वाले लोगों और उनके मोबाइल संदेश एवं भाषण से दूर रहें। वे सभी इस कोरोनावायरस से भी अधिक खतरनाक और हानिकारक वायरस है।
1 टिप्पणियाँ
Thanks sir
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